नन्ही सी एक लड़कीरोज़ सबेरे उठती अपनी शीतल मन से हाथों में जल लिए तुलसी माँ को वह पूजती अपने नन्हे हाथों से रोज़ यही कामना करती की ख़ुशी से भरा हो मेरा परिवार हे तुलसी माँ किसी को न हो दुःख का सामना हमेशा पूजती रहे तुझे यह नेक कामना
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