मानवता के पाठ को पढ़, जीवन को सफल बनाए जा
प्रेम की ज्योति जलाए जा
मानवता के पाठ को पढ़, जीवन को सफल बनाए जा
प्रेम की ज्योति जलाए जा बस प्यार की ज्योति जलाए जा ।
प्रेम की ज्योति जलाए जा........
कर्म की पूजा कर्म ही ईश्वर, सारा जग सुंदर रचना,
पशु पक्षी हो या हो मानव, जीवन जीना हक इनका ।।
अपने आप को श्रेष्ठ समझकर, यूँ ना वक्त गँवाए जा,
प्रेम की ज्योति जलाए जा बस प्यार की ज्योति जलाए जा,
प्रेम की ज्योति जलाए जा करूणा की ज्योति जलाए जा ।।
आओ मिलकर ठान ले मन में इनको,
हक दिलवाएंगे, ये कुछ न कह पाते हैं
हम इनकी जुँवा बन जाएंगे, विश्व में हर एक जीव ईश्वर के जैसा ही पाए जा
प्रेम की ज्योति जलाए जा बस प्यार की ज्योति जलाए जा,
प्रेम की ज्योति जलाए जा करूणा की ज्योति जलाए जा ।।
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