आओ हम देश बनाएँ, अपने सपनों के रंग भरकर
आओ हम देश बनाएँ,
अपने सपनों के रंग भरकर।
जीवन स्वर्ग सजाएँ,
आओ हम देश बनाएँ ।। ध्रु. ।।
कोई प्रश्न नहीं है ऐसा, मिले न जिसका उत्तर,
हर मोर्चे पर लोहा लेने, खड़े सजग हम तत्पर।
चाहे कितनी दूरी हो, आखिर क्यों मजबूरी हो,
सत्य-अहिंसा ऽऽ-2, के पथ चल कर ......2
विश्व शांति ले आएँ,
आओ हम देश बनाएँ ।।1।।
हम पौरूष की किरण सुनहरी, हम हैं नई जवानी,
हमने दी है इस धरती को, बहुत बड़ी कुर्बानी ।
जीत न पाए अंधियारा, राह बनाए उजियारा,
अंधियारे का ऽऽ-2, वक्ष चीर कर ......2
विश्व शांति ले आएँ,
आओ हम देश बनाएँ ।।2।।
1 comment
Very Nice Post Sir Ji
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