हम शिशु मंदिर के बच्चे हैं, सब करते हमको प्यार
हम शिशु मंदिर के बच्चे हैं, सब करते हमको प्यार,
सारी धरती अपनी है, अपना सब घर संसार ।। ध्रु. ।।
तितली के पंख लगाए, इधर उधर उड़ जाएँ,
जहाँ-जहाँ से गुजरें हम, वहीं फूल खिल जाएँ ।
नाचें-गाएं धूम मचाएं, बाँटे सबको प्यार ।। 1 ।।
सारी धरती अपनी है.....।
ये न समझना याद नहीं, हमें अपनी जिम्मेदारी,
छोटी-छोटी आँखो से हम देख रहे दुनिया सारी।
अपनी शक्ति जान सकेगा, एक दिन ये संसार ।। 2 ।।
सारी धरती अपनी है.....।
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Very Nice Post Sir Ji
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